लोटस टेम्पल : कमल की आकृति में बना भव्य मंदिर
Tuesday, 7 February 2023
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लोटस टेम्पल या कमल मंदिर देश की राजधानी दिल्ली के कालकाजी मंदिर के पास स्थित है इसे बहाई मंदिर भी कहते हैं यह अपने आप में एक अनूठा मंदिर है इस मंदिर में कोई प्रतिमा नहीं है यहां प्रतिदिन देश-विदेश के लगभग 8 से 10 हज़ार पर्यटक आते हैं सैलानी यहां आकर शांति सुकून का अनुभव करते हैं
कमल की आकृति के कारण से कमल मंदिर या लोटस टेंपल के नाम से ही पुकारा जाता है यह मंदिर आधे खिले कमल की आकृति में संगमरमर की 27 पंखुड़ियों से बनाया गया है मंदिर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विस्तृत घास के मैदान,सफेद विशाल भवन, ऊंचे गुम्बद वाला प्रार्थनागार है
यहां के पुस्तकालय में बैठकर आप धर्म कर्म की किताबें भी पढ़ सकते हैँ यहाँ के सूचना केंद्र में मुख्य सभागार है इसके अतिरिक्त दो छोटे सभागार भी हैँ इनमे करीब सत्तर सीटें हैँ अगतुकों को लोटस टेम्पल की जानकारी दी जाती है मंदिर के 9 द्वार और 9 कोने हैँ मंदिर चारों ओर से 9 बड़े जलाशयों से घिरा है जो न सिर्फ भवन की सुंदरता बढ़ाता है बल्कि मंदिर के प्रार्थनागार को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखने में भी महत्वपूर्ण योगदान करते हैँ सुबह शाम की लालिमा में सफ़ेद रंग की यह संगमरमरी ईमारत अद्भुत लगती है कमल की पंखुड़ीयों की तरह खड़ी इस ईमारत की चारों तरफ लगी दूब और हरियाली मंदिर को शांति और ताजगी देने वाला बनती है !
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