यदि बुढापा काटना मुश्किल हो जाए और सभी बेअदबी करने लगें तब क्या करना चाहिए?
जब सारे के सारे ही बेपर्दा हों
ऐसे में खु़द पर्दा करना पड़ता है
जब औलादें नालायक हो जाती हैं
अपने ऊपर ग़ुस्सा करना पड़ता है
यह सही है उम्र बढ़ने के साथ शारीरिक तकलीफे बढ़ने लगती है और अगर वित्तीय स्थिति भी मजबूत न रह पाए तो इन सब का असर रिश्तो पर भी पड़ता है , कई घरो में बुजुर्ग उपेक्षा का शिकार होते है या बोझ लगने लगते है।
यदि युवा पीढ़ी के मन में बुजुर्गो के प्रति सम्मान नहीं है तो आप उनके मन में सम्मान पैदा करने के लिए कुछ नहीं कर सकते है , आप सिर्फ अपना सम्मान बचाने का प्रयास कर सकते है।
पहला तो यही कि अपनी वित्तीय स्वतंत्रता बनाये रखे , अगर कमाना संभव हो और अकेले रहना संभव हो तो बेहतर अन्यथा परिवार में अपने आप को प्रासंगिक बनाये रखने का प्रयास करे , कुछ जिम्मेदारियां अपने ऊपर ले , वित्तीय जिम्मेदारी ले सके तो सोने पे सुहागा।
अपने आप को समेटने का प्रयास करे, युवा पीढ़ी अपनी स्वतंत्रता ज्यादा पसंद करती है इसीलिए युवाओ के मामलों में टोकाटोकी न करे, कोशिश करे कि कम से कम टकराव की नौबत आये।
पैसे कोड़ी की समस्या न हो तो old age home में शिफ्ट हो जाए , हमउम्र लोग मिल जायेंगे , बाकी जिंदगी सुकून से से कट जाएगी।
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